जिहादी मुस्लिम लड़के है.
जोकि लगभग १८ वर्ष से ४० वर्ष की उम्र के होते है.
वो गेर-मुस्लिम लड़कियों को अपने प्रेम जाल में फ़साते है.
जिहादी नशीली दवाइयां जैसे की ड्रग्स कोकीन, और बेहोसी की दवाओ से लड़की की जानकारी के बिना उसे बेहोश करते है.
जोकि लगभग १८ वर्ष से ४० वर्ष की उम्र के होते है.
वो गेर-मुस्लिम लड़कियों को अपने प्रेम जाल में फ़साते है.
इसमें मुख्यत: हिन्दू और इसाई धर्म की भोली भाली लडकियों को फसाया जाता है.
जब लड़की पुर्णत: उसके विश्वास में आकर उसके प्रेम जाल में फसती है.
तब जिहादी उसे सुनसान, लवर पॉइंट और बाग़ बगीचे जैसी जगह में बुलाते है.
जिहादी नशीली दवाइयां जैसे की ड्रग्स कोकीन, और बेहोसी की दवाओ से लड़की की जानकारी के बिना उसे बेहोश करते है.